
विकास खण्ड सैंया के कर्मचारियों की मन मानी
▪️”क्या घूंस के चक्कर में ब्लॉक कर्मचारियों ने लगा दी गलत रिपोर्ट ?”
आगरा। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छ भारत-मिशन जैसी महत्वाकांक्षी योजनाओं चला रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ ग्राम प्रधान ओर ब्लॉक कर्मचारी अपनी मन मानी करते हुए नज़र आ रहे हैं। क्या ऐसे ही गांवों को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया जाएगा।
दरअसल आप को बता दे ग्राम पंचायत भिड़ावली के दिवाकर कुशवाहा ने ग्रामीण शौचालय योजना के तहत अपने घर पर शौचालय बनवाने के लिये ऑनलाइन आवेदन किया था। जब आवेदन ऑनलाइन चेक किया तो सरकारी कर्मचारिओं द्वारा पीड़ित के घर पर शौचालय बना हुआ दिखाकर पीड़ित के आवेदन को निरस्त कर दिया जब की पीड़ित के पास शौचालय नहीं है।
पीड़ित ने खण्ड विकास अधिकारी से बात की तो वहां से संतोष जनक जवाब ना मिलने के कारण पीड़ित ने उच्चाधिकारियो से बात करने की कोशिश की तो पीड़ित से कोई संपर्क नहीं हो पाया। इस के बाद पीड़ित ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की है अब देखना होगा क्या उच्च अधिकारी लापरवाह ग्राम प्रधान ओर ब्लाक कर्मचारियों पर कार्रवाई करते हैं या फिर ऐसे ही मेहरबान रहते हैं।
वहीं सूत्रों की मानें तो अपात्रो को पात्र तथा पात्र को अपात्रो दिखाने का खेल खुलेआम चल रहा है।
विकास खण्ड सैंया की ग्राम पंचायत भिड़ावली का पूरा मामला।